बिहार चुनाव इस वक़्त सर-चढ़कर बोल रहा है। 6 नवंबर 2025 को बिहार में पहले चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है। अब.. इंतज़ार है दूसरे चरण के मतदान का जो कि, 11 नवंबर 2025 को होगा।
अब सभी लोग इस चुनाव के परिणाम का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं जो कि 14 नवंबर 2025 को घोषित किया जाएगा। अब हर कोई ये कयास लगा रहा है कि इस बार बिहार की सत्ता की कमान किसके हाथ में आएगी…
इस बीच NDA-INDIA की भी ज़ोरदार टक्कर देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि इस बार बिहार में सरकार बदल जाएगी तो… कई लोगों का कहना है कि कोई नया चेहरा बनेगा ‘सीएम’… तो ऐसे देखते हैं कि एस्ट्रोलॉजी प्रेडिक्शन क्या कहती है।
एस्ट्रोलॉजी… जिससे भविष्य में क्या होना है और क्या नहीं… बहुत हद पता लग जाता है। बिहार चुनावों के दौर के बीच चलिए जानते हैं, कि एस्ट्रोलॉजी का इसपर क्या कहना है।
एस्ट्रोलोजर की दुनिया में प्रसिद्ध आचार्य श्री कार्तिक गौर

विद्या एस्ट्रोलॉजी की दुनिया में प्रसिद्ध आचार्य श्री कार्तिक गौर ने अपने अद्भुत भविष्यवाणियों से न केवल भारत बल्कि विश्व स्तर पर जाना माना नाम है। इनकी कुछ बड़ी भविष्यवाणियों को पहले जान लेते हैं जो आज की तारिख में बिलकुल सच साबित हुई हैं। इन्होने डोनल्ड ट्रंप पर हुए हमले की भविष्यवाणी एक हफ्ते पहले ही कर दी थी। साल 2012 में उन्होंने पहले ही प्रेडिक्ट कर दिया था कि नरेंद्र मोदी देश के तीन बार प्रधानमंत्री बनेंगे, जो सच साबित हुई।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रेडिक्शन

अब हाल ही में एक इंटरव्यू में कार्तिक गौर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ा प्रेडिक्शन किया है। हो सकता है शायद आप भी यहाँ तक कयास ना लगा पाएं हो। उन्होंने बताया कि इस वक़्त बिहार में स्पष्ट रूप से बढ़त भाजपा के पक्ष में है, हालांकि प्रशांत किशोर का प्रभाव भी कुछ हद तक वोट शेयर पर प्रभाव डाल सकता है।

उन्होंने बताया कि राजनीति के इस दौर में ‘राहु’ ग्रह सबसे प्रभावशाली है, जो कि ‘रणनीति’ और ‘भ्रम’ का कारक माना जाता है। इतना ही नहीं, उन्होंने अमित शाह और पीके दोनों को ‘राहु के जबरदस्त प्रभाव वाले रणनीतिकार’ बताया, जो राजनीति में भ्रम और चालाकी के माध्यम से परिणाम में बड़ा पलटवार करने की क्षमता रखते हैं।
कार्तिक गौर ने आगे बताया, “आज की राजनीति में सूर्य नहीं, बल्कि राहु असली ‘राजनीति का ग्रह’ है।” उनका मानना है कि होने वाले चुनावों में ज्योतिष का यह समीकरण भी बिहार के राजनीतिक भविष्य को तय करेगा।
बिहार में सत्ता परिवर्तन तय

जाने-माने ज्योतिष विशेषज्ञ के मुताबिक, आगामी महीनों में देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्तर पर बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। सितारों की चाल के अनुसार, बिहार में ‘सत्ता परिवर्तन’ तय है। नीतीश कुमार की कुंडली में अब सत्ता योग कमजोर हो गया है, जबकि चिराग पासवान की कुंडली सीएम योग की तरफ़ इशारा कर रही है। वहीं, 2026 तक भारत ‘विश्व गुरु’ बनने की दिशा में बढ़ेगा लेकिन अगला साल रुपये की कीमत में गिरावट और आर्थिक मंदी का बड़ा संकट भी ला सकता है।
विशेषज्ञ के अनुसार, आने वाले महीनों में बिहार की राजनीति से लेकर दुनिया की महाशक्तियों तक, सबकुछ बदल जाएगा
बिहार इलेक्शन 2025:
– नीतीश कुमार की कुंडली में राहु-गुरु की दशा सत्ता से ‘विदाई’ की ओर इशारा कर रही है।
– तेजस्वी यादव को राहु की महादशा में गलत निर्णयों का नुकसान हो सकता है।
– बिहार में भाजपा के गठबंधन की सरकार बनेगी लेकिन चेहरा ‘नया’ होगा।
– इस वक़्त चिराग पासवान का सितारा बुलंद है, भविष्य में सीएम बनना तय।
2. देश और दुनिया की राजनीति:
– सितंबर में लगने वाले ग्रहण से कई राज्यों की सरकारें बदल सकती हैं।
– 2026-27 तक दुनिया में एक बड़े युद्ध की संभावना है – पर सीमित देशों के बीच।
– अमेरिका की ताकत कम हो जाएगी, भारत एक ‘महाशक्ति ‘ के रूप में उभरेगा।
3. भारत की अर्थव्यवस्था:
– अगले साल रुपये की वैल्यू गिरने के संकेत।
– साल 2026 में गुरु और मंगल के प्रभाव से भारत का रक्षा तंत्र को मजबूती मिलेगी।
बिहार चुनाव से पहले नीतीश कुमार के सितारे दे रहे हैं चेतावनी!
प्रसिद्ध ज्योतिषीय विश्लेषण साइट गणेशा स्पीक्स के अनुसार, नीतीश कुमार को आगामी दिनों में मिले-जुले परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि वे अपनी प्रशासनिक क्षमता और राजनीतिक अनुभव से परिस्थितियों को काफी हद तक संभाल लेंगे, लेकिन कई मोर्चों पर उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

गणेशजी के अनुसार, गुरु ग्रह की अनुकूल स्थिति नीतीश कुमार को कुछ राहत दे सकती और उनके नेतृत्व में राज्य में कुछ सकारात्मक सुधार देखने को मिल सकते हैं। हालांकि राहु और केतु के प्रभाव से नीतीश कुमार को राजनीतिक उलझनों और गठबंधन की तनातनी का सामना करना पड़ सकता है। केंद्र सरकार से रिश्तों में भी भयंकर तनाव बढ़ने की संभावना बनी हुई है। इस अवधि में अत्यधिक आत्मविश्वास के कारण लिए गए फैसले पार्टी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।
इस बीच शनि की स्थिति जो स्थिति बनी हुई है इस के कारण मानसिक दबाव और असंतोष भी बढ़ेगा। गणेशजी के मुताबिक, नीतीश कुमार को अपने वित्तीय प्रबंधन और स्वास्थ्य दोनों पर खासतौर से ध्यान देना होगा। पार्टी में असंतोष और वोटों के बंटवारे जैसी स्थितियां चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकती हैं। वहीं, देश की बात करें तो ज्योतिष के अनुसार, 2026 तक भारत एक नए युग में प्रवेश करेगा- जहां ज्ञान, शक्ति और नेतृत्व तीनों में भारत अग्रणी भूमिका निभाएगा।
बिहार में चमकेगा इनका सितारा
एस्ट्रोलोजर प्रेडिक्शन के अनुसार, आगामी दिनों में एक तरफ जहां नीतीश कुमार की सत्ता को खतरा बताया जा रहा है, वहीं चिराग पासवान को बिहार का उभरता सितारा बताया जा रहा है। दूसरी तरफ़, भारत की वैश्विक स्थिति को लेकर भी ज्योतिषीय संकेत बेहद सकारात्मक हैं। साल 2026 को भारत के ‘स्वर्ण युग’ की शुरुआत बताया जा रहा है – जब देश ज्ञान, शक्ति और नेतृत्व के क्षेत्र में पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करेगा।
एस्ट्रोलोजर द्वारा किये गए प्रेडिक्शन के आधार अब ये सवाल उठता है – क्या वाकई नीतीश कुमार का राजनीतिक युग खत्म होने वाला है ? चिराग पासवान बिहार की नई राजनीतिक तस्वीर बनेंगे या फिर सितारे एक बार फिर करवट बदल देंगे ?







